The best Side of Shodashi

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Neighborhood feasts Enjoy a significant function in these activities, wherever devotees appear together to share foods That always consist of classic dishes. Such meals celebrate both equally the spiritual and cultural components of the Pageant, improving communal harmony.

चक्रेश्या प्रकतेड्यया त्रिपुरया त्रैलोक्य-सम्मोहनं

A unique function of the temple is the fact that souls from any faith can and do offer puja to Sri Maa. Uniquely, the temple administration comprises a board of devotees from a variety of religions and cultures.

॥ अथ त्रिपुरसुन्दर्याद्वादशश्लोकीस्तुतिः ॥

केवल आप ही वह महाज्ञानी हैं जो इस सम्बन्ध में मुझे पूर्ण ज्ञान दे सकते है।’ षोडशी महाविद्या

तां वन्दे नादरूपां प्रणवपदमयीं प्राणिनां प्राणदात्रीम् ॥१०॥

हस्ताग्रैः शङ्खचक्राद्यखिलजनपरित्राणदक्षायुधानां

Worshipping Goddess Shodashi is not merely about looking for content Advantages and also in regards to the interior transformation and realization on the self.

From the pursuit of spiritual enlightenment, the journey begins While using the awakening of spiritual consciousness. This Original awakening is very important for aspirants who will be at the onset in their route, guiding them to acknowledge the divine consciousness that permeates all beings.

हन्तुं दानव-सङ्घमाहव भुवि स्वेच्छा समाकल्पितैः

ऐसी कौन सी क्रिया है, जो सभी सिद्धियों को देने वाली है? ऐसी कौन सी क्रिया है, जो परम श्रेष्ठ है? ऐसा कौन सा योग जो स्वर्ग और मोक्ष को देने वाला? ऐसा कौन सा उपाय है जिसके द्वारा साधारण मानव बिना तीर्थ, दान, यज्ञ और ध्यान के पूर्ण सिद्धि प्राप्त कर सकता है?

ह्रीं ह्रीं ह्रीमित्यजस्रं हृदयसरसिजे भावयेऽहं भवानीम् ॥११॥

इसके अलावा त्रिपुरसुंदरी देवी अपने नाना रूपों में भारत के विभिन्न प्रान्तों में पूजी जाती हैं। वाराणसी में राज-राजेश्वरी मंदिर विद्यमान हैं, जहाँ देवी राज राजेश्वरी(तीनों लोकों की रानी) के रूप में पूजी जाती हैं। कामाक्षी स्वरूप में देवी तमिलनाडु के कांचीपुरम में पूजी जाती हैं। मीनाक्षी स्वरूप में देवी का विशाल भव्य मंदिर तमिलनाडु के मदुरै में हैं। बंगाल के हुगली जिले में बाँसबेरिया नामक स्थान में देवी हंशेश्वरी षोडशी (षोडशी महाविद्या) नाम से पूजित हैं।

Throughout the key temple on the Kamakhya advanced resides Shodashi, or Surashi, the Devi of sixteen summers, so named since she assumes the form of a youth of eternally 16. She is understood, also as Kamakshi Devi and there's no doubt that this is actually her epicenter of electrical power in the click here terrestrial airplane.

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